♥
♥ क्षण..! ♥
♥ क्षण..! ♥
क्या कहती हों..?
एक बहोत खास बात है
अगर तुम कहों तो मैं बताऊं..
तुम्हारी आखों को पढकर
दास्तान-ए-इश्क तुम्हे सुनाऊं..
युंही उल्झी रहो तुम जुल्फों में
सवारते हुए मैं ये वक्त बिताऊं..
फिर थोडी देर और हो जाये
कुछ कदम साथ मैं चला आऊं..
तुम जाना चाहो पर जा ना सको
पल दो पल और तुम्हे देखता रहूँ..
तुम मूस्कुरा दो होटों सें बस!
इतनाही उस पल मैं समेटता रहूँ..
फिर अगली मुलाकात तक तुम
युंही मेरा इन्तजार करती रहो..
मैं थोडी देर और की वजह
अपने साथ ले आया करूं..!
------------------------ ✍ मृदुंग®
kshanatch@gmail.com
+९१ ७३८७९ २२८४३
अगर तुम कहों तो मैं बताऊं..
तुम्हारी आखों को पढकर
दास्तान-ए-इश्क तुम्हे सुनाऊं..
युंही उल्झी रहो तुम जुल्फों में
सवारते हुए मैं ये वक्त बिताऊं..
फिर थोडी देर और हो जाये
कुछ कदम साथ मैं चला आऊं..
तुम जाना चाहो पर जा ना सको
पल दो पल और तुम्हे देखता रहूँ..
तुम मूस्कुरा दो होटों सें बस!
इतनाही उस पल मैं समेटता रहूँ..
फिर अगली मुलाकात तक तुम
युंही मेरा इन्तजार करती रहो..
मैं थोडी देर और की वजह
अपने साथ ले आया करूं..!
------------------------ ✍ मृदुंग®
kshanatch@gmail.com
+९१ ७३८७९ २२८४३
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