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Wednesday, May 2, 2018

जिन्दगी..! :-)


जिन्दगी_

उधर उनकी जुल्फे बिखर गयी,
इधर हमारी हालत बिखर गयी..
उन्हे गुरुर हो गया हमें अफसोस,
युं नजरों सें नजरें जब मिल गयी..
कुछ देर कर देते तो बात और थी
ये जल्दबाजी रिश्तों में बिखर गयी..
ना उन्हे इल्म था, ना हमें। वो मूडकर
चल दिए और जिन्दगी आगे बढ गयी..!
------------------------ ✍ मृदुंग®
kshanatch@gmail.com
+९१ ७३८७९ २२८४३

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